अभिनेता प्राण का जन्म 12 फरवरी 1920 को दिल्ली में हुआ था। प्राण कई फिल्मो में यादगार भूमिका निभाई हैं। प्राण के पिता जी एक सरकारी ठेकेदार थे , जो सड़क और पुल का निर्माण करते थे। देहरादून के पास कसली पुल उनका ही बनवाया हुआ हैं। प्राण की शिक्षा कपूरथला , उन्नाव, मेरठ, देहरादून और रामपुर में हुई थी। क्योकि प्राण के पिता लाला केवल कृष्ण सिकंद को अपने काम को लेकर कई जगह पर रहना पड़ता था इसीलिये शिक्षा अलग - अलग शहरों में हुई थी। प्राण की मौत 12 जुलाई 2013 को मुंबई के लीलावती अस्पताल में हो गयी थी। ये उस समय 93 साल के थे। अगर इनके फिल्मों के सफर को ध्यान दिया जाये तो ये बहुत ही मजे कलाकारों में थे।
प्राण अपने जबाने के बहुत अच्छे कलाकर थे, इनके कलाओ के आज दिन भी लोग याद करते हैं, ये हम लोगों के बीच भले आज नहीं हैं पर इनके अभिनय के आज भी लोग कायल हैं। ये करीब 350 से अधिक फिल्मो में काम कर चुके हैं।
इनका विवाह 1945 में शुक्ला सिकंद अहलुवालिया के साथ हुआ था । इनके 3 बच्चे थे - अरविन्द सिकंद, सुनील सिकंद और पिंकी सिकंद, प्राण जी भारत और पाकिस्तान विभाजन के बाद अपने तीनों और अपनी औरत के साथ मुंबई आ गये, और
यही पर रहने लगे। इनको फुटबाल के खेल में भी रुची था, 50 के दशक उनकी अपनी फुटबॉल टीम डायनामोस फुटबॉल
क्लब बहुत प्रसिद्ध रहा था। प्राण अपना कैरियर लाहौर में
फोटोग्राफर के रूप में शुरू किया था फिर 1940 में यमला जट
नामक फिल्म में इनको काम करने का मौका पहली बार मिला
था, उसके बाद प्राण ने कभी पलट कर नहीँ देखा और अपना
सफर फिल्मी दुनिया में शुरू कर दिया।
ये 1940 से 1990 तक कई फिल्मों में खलनायक और नायक की भूमिका मे काम किया था।
इनके द्वारा बनायी गयी कुछ फिल्मों के नाम हैं जैसे- खानदान,
पिलपीली साहब, में मुख्य अभिनेता की भूमिका निभायी।
इनका सर्वश्रेष्ठ फिल्म मधुमती, जिस देश में गंगा बहती हैं, उपकार, शहीद, आँसू बन गये फूल, जाॅनी मेरा नाम, विक्टोरिया 203, बे - ईमान जंजीर, डॉन, दुनिया फिल्मों में काम किया था।
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